Black fungus kya hai: और इसके लक्षण क्या हैं, जानिए इसका कारण, बचाव, और इलाज

SUSHIL SHARMA
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What is Black fungus- ब्लैक फंगस क्या है: Hello दोस्तों! हिंदी विज़न में आपका स्वागत है। आज हम बात करने वाले हैं Black fungus के बारे में क्योकि यह बीमारी भी जानलेवा साबित हो रही है और देश मे इसका प्रकोप बढ़ता जा रहा है। हजारों लोग इस फंगस की चपेट में आ चुके हैं। कई लोगो की इस ब्लैक फंगस  से मृत्यु भी हो चुकी है।  में आपका यह जानना जरूरी हो जाता है कि Black fungus kya hai  क्योकि जानकारी से ही बचाव किया जा सकता है।  इसके अलावा आज हम ब्लैक फंगस के लक्षण, कारण और उपचार के बारे में भी जानेंगे। 

कोरोना महामारी के इस दौर में यह बीमारी भी अपने पांव पसार रही है। इसीलिए हमें इससे सतर्क रहने की जरूरत है। आज की सी पोस्ट में हम आपको ब्लैक फंगस से जुड़ी सारी जानकारी देंगे। ताकि आप इसे जान सके और बताई गई जानकारी से अपने परिवार को सुरक्षित रख सकें। 

तो चलिए बिना किसी देरी के शुरू करते है  और जानते है Black fungus in hindi -

What is black fungus - ब्लैक फंगस (Mucormycosis) क्या है ?

Black fungus kya hai


Black fungus या Mucormycosis एक बीमारी है जो फंगस (फफूंद) के कारण होती है। दरअसल जब म्यूकोर्मिसेट्स नाम के फंगस के समूह हमारे शरीर मे प्रवेश करते है तब हम इस बीमारी के शिकार हो जाते हैं। अगर समय पर इलाज न मिले तो व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है। भारत मे भी इसके हज़ारों संकमित सामने आए है और कई लोगों की मृत्यु भी हो चुकी है। सामान्यतः आंखों ,नाक, मष्तिष्क और फेफड़ों को यह ज्यादा प्रभावित करता है और इन पर इसका असर दिखाई पड़ता है। 

आपने भले ही इस fungus का नाम हाल ही में सुना हो लेकिन यह फंगस हमेशा से हमारे आसपास के वातावरण में रहता है। नमी वाली जगह, मिट्टी, जैविक खाद और गंदगी वाली जगहों पर यह फंगस मौजूद रहता है। कभी कबार यह हमारे शरीर मे भी चला जाता है लेकिन लेकिन हमारी रोग प्रतिरोधक छमता इसके मुकाबले ज्यादा मजबूत होती है इसीलिए यह हमें कुछ खास नुकसान नही होता है। लेकिन  अगर किसी व्यक्ति की  इम्युनिटी काफी कमजोर होती है तो यह काफी घातक साबित होता है।



ब्लैक फंगस हमारे शरीर को कैसे प्रभावित करता है ?


जैसा कि हमने आपको बताया कि ब्लैक फंगस म्यूकोर्मिसेट्स नाम के फंगस के समूह हमारे शरीर मे प्रवेश करने से फैलता है। यह फंगस हमारे वातावरण और हवा में भी मौजूद हो सकते हैं। यह हमारे शरीर मे घाव, खरोंच, जलने,कटने और आंखों से प्रवेश करता है और लगातार यह fungus बढ़ता जाता है। यह फंगस आंख और नाक के रास्ते दिमाग तक पहुँच जाता है। यह नाक और जबड़े की हड्डी और त्वचा को काफी नुकसान पहुंचाता है। 

आंखों में पहुंचकर आंखों की कोशिकाओं को नष्ट कर देता है। यह आंख की नसों में जमा होकर रेटिनल आर्टरी का ब्लड फ्लो बैंड कर देता है जिससे आंखों के नीचे काले घेरे (डार्क सर्कल्स) पड जाते हैं और धीरे धीरे व्यक्ति को दिखना बन्द हो जाता है।

यह फंगस मष्तिष्क तक न पहुँच जाए इसीलिए डॉक्टर्स मरीज की आंख निकाल देते हैं क्योंकि एक बार यह मष्तिष्क तक पहुँच जाए तो व्यक्ति की मृत्यु हो सकती है। 


Symptoms of black fungus - ब्लैक फंगस के लक्षण 

शुरुआत में इसके लक्षण भी नार्मल होते हैं जिससे व्यक्ति समझ नही पता कि यह सामान्य लक्षण हैं या ब्लैक फंगस के लक्षण हैं। और यह बीमारी उसे काफी नुकसान पहुचा चुकी होती है। इसीलिए जरूरी है कि आप इसके लक्षणों को पहले ही पहचान लें। 

ब्लैक फंगस के सामान्यतः यह प्रमुख लक्षण हैं - 

  1. तेज सिर दर्द
  2. आंखों से पानी आना
  3. आंखों का लाल होना और सूजन होना
  4. आंखों के नीचे काले घेरे (डार्क सर्कल ) का होंना
  5. चेहरे , गले ,आंख और नाक पर सूजन होना,
  6. दाँत में दर्द, दाँतों का हिलना
  7. सीने में दर्द और खांसी आना
  8. नाक बंद हो जाना और नाक का काला पड़ना
  9. धुंधला दिखाई देना या दो चित्र दिखना
  10. आंखों को घुमाने में तकलीफ होना

ब्लैक फंगस किन कारणों से फैलता है ? 

ब्लैक फंगस के फैलने की पीछे कई कारण हो सकते है । जैसा कि हमने आपको बताया कि यह कोई नया फंगस नही है। यह हमारे वातावरण में हमेशा से मौजूद रहा है। 

1. कमजोर इम्युनिटी : 

इसके फैलने का सबसे बड़ा कारण है हमारी इम्युनिटी। ऐसा होता है कई बार यह फंगस पहले भी हमारे शरीर मे चला जाता है लेकिन हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति इस फंगस को फैलने नही देती और और मार देती है। यह कोरोना के मरीजों को अपना शिकार बना रहा है क्योंकि कोविड के मरीज की इम्युनिटी बहुत कमजोर हो जाती है और यह फंगस हमारे शरीर मे विकसित होने लगता है। इसके अलावा यह किसी अन्य बीमारी से ग्रसित लोगों में भी हो रहा है।

2. डायबिटीज ( शुगर ) 

जिन लोगो को मधुमेह (डायबिटीज) हो जाता है उनकी रोग प्रतिरोधक शक्ति कमजोर हो जाती है। इसी कारण यह शुगर के मरीज़ को अपना शिकार बनाता है। कोविड के मरीज में यदि किसी को शुगर होती है तो यह फंगस उनको अपनी गिरफ्त में ले लेता है। ज्यादातर ब्लैक फंगस के मरीज में शुगर एक कॉमन कारण है। 

3. स्टेरॉइड और अन्य दवाओं का इस्तेमाल

 भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR ) के अनुसार यह फंगल इंफेक्शन उन लोगों पर भी हावी होता है जिन्हें किसी भी  इलाज के कारण से स्टेरॉयड दिया जाता है। यही कारण है कि कोविड मरीज को स्टेरॉइड देने के बाद यह इंफेक्शन उन्हें अपना शिकार बनाता है। कोविड के इलाज के दौरान डेक्सामेथासोन, रेमेडिसिवर का इस्तेमाल और ह्यूमिडिफायर का लापरवाही से इस्तेमाल भी इसका कारण बन सकता है। डॉक्टर्स का मानना है कि कोविड के मरीज को शुरुआती दिनों में स्टेरॉइड नही दिया जाना चाहिए। इसके लिए कम से कम 6 से 7 दिन के इंतज़ार के बाद ही दिया जाना चाहिए।


ब्लैक फंगस कितना खतरनाक है ?

Black fungus  या Mucormycosis एक फंगल इंफेक्शन से होने वाली बीमारी है। कई स्वस्थ्य जानकार इसे घातक बीमारी मानते हैं लेकिन उनका यह भी मानना है कि हमें इससे डरने की कोई जरूरत नही है। यह कोई नया फंगस नही है। यह हज़ारों सालों से हमारे वातावरण में पत्तियों, काई, जैविक खाद, गंदगी और नमी वाली जगहों पर पाया जाता है।  अगर आपकी इम्युनिटी मजबूत है तो यह फंगस आपका कुछ नही बिगाड़ सकता। यह एक व्यक्ति से दूसरे में नही फैलता है।

हालांकि यह एक कमजोर फंगस जरूर है लेकिन अगर आपकी रोग प्रतिरोधक शक्ति कमजोर है तो यह आप पर हावी हो जाएगा। यही कारण है कि कोविड के मरीजों में यह तेज़ी से फैल रहा है। इसके अलावा हाई डायबिटीज के मरीज, शारीरिक रूप से कमजोर मरीज इसके आसान शिकार होते हैं। सामान्य व्यक्ति को इससे ज्यादा खतरा नही होता है लेकिन अगर आप इसे नज़र अंदाज़ करते है तो यह आपके लिए बहुत ही खरनाक हो सकता है। 

यह मात्र 2 से 3 दिन में आपकी आंख और नाक को पूरी तरह से खराब कर सकता है। इसके इलाज में आपको बहुत ही स्ट्रांग दवाईंयां दी जाती है जो आपके लिए ठीक नही होती। अगर दवाइयों से फायदा न हो तो डॉक्टर्स उन सभी हिस्सों को सर्जरी द्वारा निकाल देते हैं जिसमे ब्लैक फंगस होता है। 

फेफड़े, गले, जबड़े नाक और आंख को यह सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाता है। अगर यह फंगस नाक और आंख के माध्यम से मस्तिष्क तक पहुँच जाए तो व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है। 


ब्लैक फंगस से बचने के उपाय और सावधानियाँ

देेश के कई राज्यों से black fungus के मरीज सामने आ रहे हैं। लोगो मे कोविड के डर के साथ अब ब्लैक फंगस का डर भी घर कर रहा है। ऐसे में लोग यही जानना चाहते है कि ब्लैक फंगस से कैसे बचें ? क्योकि सतर्कता से ही बचाव संभव है। दोस्तों हर बीमारी की तरह इसमे भी आपको कुछ सावधानियां बरतनी होगी जिससे आप इस बीमारी से बच सकें - 

  1. साफ सफाई का ध्यान रखें।
  2. मास्क जरूर पहने।
  3. डायबिटीज का ध्यान रखें।
  4. अपना शुगर लेवल कंट्रोल पर ध्यान दें। 
  5. नियमित व्यायाम करें।
  6. धूल मिट्टी वाली जगहों पर मास्क और आंखों पर चश्मा जरूर पहने। 
  7. किसी भी नमी वाली जगहों, खाद, काई और पेड़ों वाली जगह पर फुल कपड़े पहनें। 
  8. ऊपर बताए गए लक्षणों में से किसी भी लक्षण को नजरअंदाज ना करें। तुरंत डॉक्टर से संपर्क करे। 
  9. एंटीबायोटिक और फंगल इंफेक्शन की दवाओं का इस्तेमाल डॉक्टर्स की सलाह पर और आवश्यकता पड़ने पर ही लें।
  10. अगर आप बीमार हैं तो इम्यूनोमॉड्यूलेटिंग ड्रग या स्टेरॉयड का कम से कम इस्तेमाल करें। 
  11. अगर आप ऑक्सीजन थेरेपी ले रहे हैं तो ह्यूमिडिफायर में साफ पानी का इस्तेमाल करें। उसे साफ रखें क्योंकि नमी के कारण इसमे फंगस इकठ्ठा हो जाते हैं। 
  12. डॉक्टर्स द्वारा बताई गई जांच करवाने में हिचक न करें। 




ब्लैक फंगस का इलाज क्या है - Treatment of black fungus

black fungus (Mucormycosis)


ब्लैक फंगस को कन्फर्म करने के लिए मरीज की सबसे पहले जांच की जाती है कि संकमित होने पर उसे ICU में रखा जाता है।  यह संक्रमण त्वचा, नाक , आंख के द्वारा फैलता है इसीलिए हल्के संक्रमण में  पहले कुछ दवाओं के द्वारा इलाज किया जाता है। यह दवाएं काफी स्ट्रांग होती है। दवाओं से फायदा न होने पर डॉक्टर्स मरीज के अंगों के हर उस भाग को सर्जरी के द्वारा निकाल देते हैं जहाँ यह फंगस फैल चुका होता है। 

आवश्यकता पड़ने पर 4 से 6 हफ्तों का एंटी फंगल थेरेपी का से इलाज किया जाता है। यह शरीर के कई हिस्सों को प्रभावित करता है इसीलिए इसके लिए जानकर विशेषज्ञों जैसे न्यूरोलॉजिस्ट, ENT specialist,  सर्जन ,नेत्र और दंत चिकित्सक की निगरानी में इलाज किया जाना चाहिए। 



Special thanks

प्रमुख सलाहकार -           डॉ प्रभात जैन (  न्यूरोलॉजी ), 
                         डॉ अमित रंजन  ( एम० बी० बी० एस०)





निष्कर्ष 

हां तो दोस्तो, आज हमने यह जाना कि ब्लैक फंगस क्या है और ब्लैक फंगस से कैसे बचें ? इसके अलाव हमने यह भी जाना कि ब्लैक फंगस के लक्षण क्या हैं? और ब्लैक फंगस कैसे फैलता है ? उम्मीद है कि आपको हमारी आज की यह पोस्ट पसंद आई होगी। हमारा हमेशा यही प्रयास रहता है कि आप जिस भी सवाल को लेकर हमारे ब्लॉग पर आएं उससे जुड़ी सारी जानकारी सरल भाषा मे विस्तार से आपको मिल सके। ताकि आपको किसी और जगह जाना न पड़े। 

अगर इस पोस्ट से जुड़ा आपका कोई भी सवाल है तो कमेंट के माध्यम से हमसे जरूर पूछें। अगर आप किसी और विषय मे जानना चाहते है तो भी निसंकोच हमसे पूछें। हमे आपके Comments का इंतज़ार रहेगा। 

धन्यवाद !

आपका दिन शुभ हो !



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