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Vivo kis desh ki company hai: जानिए वीवो कहाँ की कंपनी है और इसका मालिक कौन है ?

Vivo kaha ki company hai: नमस्कार  दोस्तों हिंदी विज़न आपका स्वागत है। आज हम बात करेंगे Vivo company की। वीवो ने भारत मे अपना एक अलग मुकाम बनाया है। यह भारत की लोकप्रिय स्मार्टफोन कंपनियों में शुमार है। इसकी लोकप्रियता का अंदाज़ा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि भारत मे हर चौथे Smartphone यूजर के पास वीवो का स्मार्टफोन होता है। हम वीवो का फ़ोन तो उसे करते हैं लेकिन क्या हम इस कंपनी के बारे में जानते है ?  हमे अपनी स्मार्टफोन कंपनी के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए।  इसीलिए आज की पोस्ट में हम जानेंगे कि  Vivo किस देश की कंपनी है और Vivo का मालिक कौन है ?

इसके अलावा हम vivo के भारत मे आगमन से अब तक के सफर का विश्लेषण भी करेंगे। 

तो चलिए शुरू करते हैं - 

Company Details
Company Vivo Communication Technology
Industry Consumer Electronics
Founded 22 May 2009
Founder Shen wei
Headquarter Dongguan, Guangdong, China.
Main Persons Shen wei (founder & Global CEO), Baishan hu (COO), Spark Ni (CMO), Yujian shi (CTO)
Parenting company BBK Electronics
Products Smartphone, Hi-fi , online services, Software etc. 
Website www.vivo.com

Vivo कहां की कंपनी है ? 

Vivo kaha ki company hai


Vivo एक Chinese company है। इसका head quarter भी Dongguan China में स्थित है। VIVO चाइना की  ही एक जानीमानी कंपनी BBK Electronics से संबंधित कंपनी है। BBK इलेक्ट्रॉनिक्स  Vivo स्मार्टफोन के अलावा Realme, Oppo, Oneplus जैसे शानदार मोबाइल भी बनाती है। इसके अलावा यह सॉफ्टवेयर डेवलेपमेंट भी करती है। 

इस कंपनी की शुरुआत china के Dongguan से हुई। वीवो ने china से अपना कारोबार शुरू करके इसे कई देशों में स्थापित किया। आज यह दुनिया की top smartphone company  में गिनी जाती है। अब यह एशिया की सबसे बड़ी स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग company है। आज केसमय में इस कंपनी में लगभग 12 हज़ार लोग काम करते हैं। 





Vivo कंपनी का मालिक कौन है ?

Vivo ka malik (CEO) kaun hai


Vivo कंपनी का मालिक है "शेन वे (shen wei) " .  दरअसल  shen wei ही BBK Electronics के संस्थापक हैं। इसी कारण से यह Vivo, Oppo, Realme, iQOO OnePlus के भी मालिक हैं। इन्होंने इस Vivo कंपनी की स्थापना 2009 में की थी। लेकिन इसको तेज़ी मिली जब इन्होंने अपने कारोबार को एशियाई देशों में स्थापित किया और आज यह एशिया की सबसे बड़ी स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है। 

आज के दौर में यह स्मार्टफोन के अलावा mobile accessories, software और Online service प्रदान करती है। 




भारत मे Vivo कंपनी का इतिहास


वीवो एक प्रसिद्ध चीनी स्मार्टफोन ब्रांड है जो 2009 में बीबीके इलेक्ट्रॉनिक्स के अंतरगत स्थापित किया गया था। विवो का मुख्यलय डोंगगुआन, ग्वांगडोंग, चीन में स्थित है। शुरुआत में वीवो ने ऑडियो-केंद्रित फोन बनाने पर ध्यान दिया, जिसमें उच्च गुणवत्ता वाले ऑडियो चिप्स का इस्तेमाल होता था। ये कंपनी पहले चीन में ही अपना बिजनेस करती थी, लेकिन कुछ ही सालों में इसने अपने इनोवेटिव फीचर्स और स्टाइलिश डिजाइन के माध्यम से अंतर-राष्ट्रीय बाजार में कदम रखा। वीवो का लक्ष्य हमेशा नए और उन्नत तकनीक के साथ उपभोक्ताओं को बेहतर अनुभव देना रहा है।

2014 में वीवो ने भारत के स्मार्टफोन बाजार में अपना प्रवेश किया। हमारे समय भारतीय स्मार्टफोन बाजार में कई बड़े ब्रांड जैसे सैमसंग, माइक्रोमैक्स और कार्बन का बोल-बाला था। लेकिन वीवो ने अपने अलग और नए फीचर्स के साथ जल्द ही लोगों के बीच अपनी एक विशेष पहचान बना ली। कंपनी ने मिड-रेंज और बजट स्मार्टफोन की एक ऐसी सीरीज लॉन्च की है, जो भारतीय उपभोक्ताओं की जरूरत और बजट के अनुकूल थी। इस्के फोन में अच्छी कैमरा क्वालिटी, स्टाइलिश डिजाइन और दमदार परफॉर्मेंस देखने को मिला, जो कि हमारे समय के दूसरे फोन से अलग था।

वीवो ने भारत में अपने ब्रांड को प्रमोट करने के लिए बड़े कदम उठाए। 2015 से 2017 तक वीवो ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का टाइटल स्पॉन्सरशिप लिया, जिसकी कंपनी को भारत में बहुत विजिबिलिटी मिली। क्या स्पॉन्सरशिप ने विवो को एक परिचय नाम बनाया, खासर युवाओं के बीच। इसके अलावा विवो ने काई बॉलीवुड सेलिब्रिटीज को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया और मार्केटिंग पर भारी धनराशी खर्च की। सभी कदमों से विवो ने भारत में अपनी एक मजबूत पकड़ बना ली।

तक्नीक के क्षेत्र में भी विवो ने काई नये प्रयोग किये। ये दुनिया की पहली कंपनी थी जिसने इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट स्कैनर वाला फोन लॉन्च किया। उसके बाद वीवो ने पॉप-अप सेल्फी कैमरा, फास्ट चार्जिंग और जिम्बल कैमरा जैसे फीचर्स के माध्यम से मोबाइल टेक्नोलॉजी में नए मानक स्थापित किए। आज भी वीवो के नए मॉडल्स के साथ आता है जो कि हाई-परफॉर्मेंस प्रोसेसर, मल्टी-कैमरा सेटअप और एआई-आधारित फीचर्स कम होते हैं।

वीवो ने भारत में भी अपना मैन्युफैक्चरिंग बेस स्थापित किया है जहां कई लाख फोन हर महीने बनाए जाते हैं। इसे न केवल देश में रोजगार बढ़ा है बल्कि 'मेक इन इंडिया' अभियान को भी बढ़ावा मिला है। कंपनी का लक्ष्य है कि वो सिर्फ एक स्मार्टफोन ब्रांड ना रहे, बल्कि एक डिजिटल लाइफस्टाइल का हिसाब बन जाए।

आज दुनिया के 30+ देशों में अपना व्यापार कर रहा है और हर साल नए इनोवेशन के साथ स्मार्टफोन जगत में अपना योगदान दे रहा है। वीवो का सफर एक छोटी कंपनी से लेकर एक ग्लोबल ब्रांड बनने तक काफी प्रेरणादायक रहा है, जो दिखाता है कि अगर दृष्टि नया हो और उपभोक्ताओं की जरूरत को समझा जाए तो सफलता जरूर मिलती है।




Last words

हां तो दोस्तों आपको हमारी आज की यह पोस्ट Vivo kis desh ki company hai पसंद आई होगी।  आज की इस पोस्ट में हमने जाना कि Vivo का मालिक कौन है और यह कहां की कंपनी है।

अगर आपके मन मे इस पोस्ट को लेकर कोई सवाल है तो हमसे पूछ सकते हैं। आपको यह पोस्ट कैसी लगी हमें कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं।

धन्यवाद !

आपका दिन शुभ हो !

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