Maa aur beti ke beech samvad : माँ और बेटी के बीच बातचीत (संवाद)

SUSHIL SHARMA
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नमस्कार दोस्तों, हिंदी विज़न में आपका स्वागत है। आज हम  "माँ और बेटी के बीच संवाद" के विषय मे आवश्यक जानकारी प्रदान करेंगे। संवाद लेखन हिंदी भाषा का आसान परंतु महत्वपूर्ण अंग है क्योंकि इससे किसी भी छात्र या छात्रा के मानसिक कौशल का सही आंकलन हो जाता है। माँ और बेटी के मध्य बातचीत को संवाद के रूप में  लिखने के लिए अक्सर दिया जाता है। इसीलिए हम आपके लिए Maa beti samvad के कई महत्वपूर्ण उदाहरण आपको प्रदान करेंगे। 

तो चलिए बिना किसी देरी के शुरू करते हैं- 

माँ और बेटी के बीच संवाद (बातचीत)

Maa aur beti ke beech samvad


माँ   :- मधु, तुम्हारी स्कूल की छुट्टियां कब से शुरू हो रही हैं ?
बेटी :- जी अगले हफ्ते से शुरू हैं। 

माँ   :- अपनी तैयारी कर लो। हम इस बार घूमने जाएंगे। 
बेटी :- क्या सच में माँ ?

माँ   :- हाँ, तुम्हारे पिताजी ने इन छुट्टियों में उत्तराखंड घूमने की योजना बनाई है और हम सभी जा रहे हैं।

बेटी :- मैं बहुत खुश हूँ माँ, पहली बार हम साथ मे कहीं घूमने जा रहे हैं। 

माँ   :- हाँ बेटी, अब तुम अपनी तैयारी कर लो, ज्यादा समय नही है।  

बेटी :- ठीक हैं माँ, मैं कल ही अपने कपड़े और आवश्यक वस्तुएं रख लूँगी। 

माँ :- ठीक है बेटी । 

माँ और बेटी के बीच संवाद


माँ और बेटी के बीच देश की समस्याओं पर बातचीत (संवाद)

बेटी :-  माँ तुम हमेशा न्यूज़ चैनल क्यों देखती हो ?

माँ   :-  इससे हमें हमारे देश मे चल रही समस्याओं के बारे में पता चलता है। 

बेटी :-  कैसी समस्याएं माँ ?

माँ   :-  हमारा देश, महँगाई, गरीबी और राजनीतिक समस्याओं से जूझ रहा है। 

बेटी :-  हां माँ, टीचर जी भी यही बात रही थीं । 

माँ   :-  हाँ, इन समस्याओं के अलावा जातिवाद, धर्म, झूठ और भ्रष्टाचार भी हमारे देश को खोखला कर रहे हैं।

बेटी :-  माँ , क्या ये समस्याएं खत्म नही हो सकती हैं ? 

माँ   :-  हो सकती हैं बेटी। अगर हर देशवासी अपने काम को ईमानदारी से करे और देश की तरक्की के बारे में सोचे तो हमारे देश की समस्याएं कम हो सकती हैं। 
माँ और बेटी के बीच देश की समस्याओं पर संवाद 




माँ और बेटी के बीच फैशन को लेकर बातचीत (संवाद)


बेटी :- माँ, देखो मेरी ये नई ड्रेस कैसी है ?

माँ   :- ये कैसे कपड़े लाई हो गीता ? (गुस्से से)

बेटी :- माँ ये क्रॉप टॉप आउट स्कर्ट है। आजकल का यही फैशन है माँ। 

माँ   :- मैं देख रही हूँ बेटी। हमारी संस्कृति और पहनावे पर भी पश्चिमी सोच का प्रभाव कितना ज्यादा हो रहा है।

बेटी :- इस ड्रेस में क्या खराबी है माँ ?

माँ   :- फैशन करना गलत नही है। लेकिन कपड़ों की भी अपनी एक मर्यादा होती है। कपड़े बदन ढकने के लिए होते हैं ना कि दिखाने के लिए। 

बेटी :-  मुझे माफ़ कर दीजिए माँ।

माँ   :- बेटी। फटे और छोटे कपड़ो से फैशन नही होता। एक लड़की की सुंदरता उसके स्वभाव और व्यवहार से होती है। 

बेटी :- मैं शादी में क्या पहनूँगी ? 

माँ   :- तुम भारतीय कपड़ों को एक नए और आकर्षक ढंग से पहन सकती हो।

बेटी :- ठीक है माँ, 

Faision ko lekar maa aur beti me samvad





माँ और बेटी के बीच लड़कियों की सुरक्षा को लेकर संवाद (बातचीत)


माँ   :- कहाँ जा रही हो बेटी ? 

बेटी :- माँ मैं श्वेता के घर जा रही हूँ ग्रुप स्टडी के लिए।

माँ   :- ठीक है, शाम होने से पहले आ जाना। मुझे तुम्हारी चिंता लगी रहती है।

बेटी :- मेरी प्यारी मम्मी ! इतनी फिक्र क्यों करती हो ? मैं अब बड़ी हो गयी हूँ। 

माँ   :- बेटी समाज मे अभी भी बेटियां सुरक्षित नही हैं। आएदिन सामने आती घटनाओं से मेरा दिल घबराता है। 

बेटी :- डर तो मुझे भी लगता है माँ, रास्ते मे अक्सर असुरक्षित महसूस होता है। 

माँ   :-  सरकार हमारी सुरक्षा के लिए भरसक कदम उठा रही है परंतु हमे अपनी सुरक्षा का भी ध्यान रखना चाहिए। 

बेटी :- हाँ माँ आप सही कह रही हो। मैं अंधेरा होने से पहले आ जाऊँगी। 

माँ :-  ठीक है। 

Maa aur beti me suraksha ko lekar samvad



माँ और बेटी के बीच परीक्षा को लेकर संवाद (बातचीत)


माँ   :-   क्या हुआ सीमा ? तुम कुछ चिंतित लग रही हो ।

बेटी :-   माँ मेरी परीक्षा की तिथि आ गयी है। इसीलिए थोड़ा चिंतित हूँ।

माँ   :-   इसमे परेशान होने जैसी क्या बात है ?

बेटी :-  माँ, कोरोना की वजह से पढ़ाई ठीक से नही हो पाई है। परीक्षा भी समय से पहले हो रहीं हैं। समझ नही आ रहा है कैसे होगा ?

माँ   :-  चिंता मत करो बेटी, प्रयास से सब कुछ संभव हो जाता है। नियमित रूप से तैयारी करो और हर काम के लिए समय सारणी बनाओ। 

बेटी :-  मैं सोच रही हूँ कुछ दिन रोजाना अपने दोस्त के घर जाकर तैयारी करूँ। इससे काफी मदद मिलेगी। 

माँ   :-  ठीक है बेटी। मेहनत करो और किसी भी तरह का तनाव मत लो। सब तैयार हो जाएगा। 

बेटी :-  ठीक है माँ । 

Maa aur beti ke beech pariksha ko lekar samvad





माँ और बेटी के बीच संगीत को लेकर संवाद (बातचीत)


बेटी  :-  माँ, आज मेरे स्कूल में नई टीचर आयी हैं जो हमें संगीत सिखाएंगी। क्या मैं भी सीख लूँ ? 

माँ    :-  हाँ बेटी जरूर, संगीत तो सीखना ही चाहिए ।

बेटी  :-  माँ, टीचर कह रही थीं कि संगीत के कई फायदे होते है।

माँ    :-  हाँ बेटी, संगीत हमारा तनाव कम करता है। मन शांत करता है और हमारे चरित्र को उज्ज्वल बनाता है। 

बेटी  :-  हाँ माँ ,टीचर जी भी यही कह रहीं थीं।

माँ    :-  अच्छा  (हंसते हुए)

बेटी  :-  माँ, टीचर ने पूछा था कि संगीत की देवी कौन है ? मुझे नही पता था। 

माँ    :-  बेटी। संगीत की देवी माता सरस्वती को माना जाता है । 
बेटी  :-  वो तो विद्या की देवी भी हैं ना माँ ?

माँ    :-  हाँ बेटी । 

बेटी  :-  मैं अब प्रतिदिन संगीत सीखूँगी और उसका अभ्यास भी करूंगी । 
माँ   :- बहुत अच्छा बेटी। 


आज हमने जाना 

हां तो दोस्तों आशा करते हैं कि आपको हमारी आज की यह पोस्ट "Maa aur beti ke beech samvaad " पसंद आई होगी। आज की इस पोस्ट में हमने "माँ बेटी के बीच बातचीत संवाद" 

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