Spring season in hindi: वसंत ऋतु पर निबंध (Essay) हिंदी में | 1000 W

SUSHIL SHARMA
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नमस्कार दोस्तों ! हिंदी विज़न में आपका स्वागत है। आज हम आपको वसंत ऋतु पर निबंध (Essay on Spring season) के बारे में बताएंगे। दोस्तों वसंत ऋतु  सभी ऋतुओं में सबसे सुंदर और महत्वपूर्ण होती है। इसीलिए वसंत ऋतु को ऋतुराज भी कहा जाता है। दोस्तों यह एक महत्वपूर्ण विषय है। इस विषय पर टेस्ट और परीक्षाओं में अक्सर निबंध लिखने के लिए आता है।  इसीलिए आज की इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि - 
"वसंत ऋतु कब आती है"
"वसंत ऋतु का महत्व"
"वसंत ऋतु की विशेषताएं"
"Spring season in India"

आज हम इन्ही सवालो के बारे में तीन निबंध के माध्यम से जानेंगे। यहाँ हम आपको शब्दों के अनुसार निबंध साझा करेंगे जो सभी के लिए उपयोगी होगें। 

तो चलिए बिना किसी देरी के जानते है - 

वसंत ऋतु पर निबंध ( Essay on spring season in hindi)

Essay on spring season in hindi


यहाँ हम आपको शब्दों के अनुसार निबंध साझा करेंगे जो सभी के लिए उपयोगी होगें। आप अपनी आवश्यकता के अनुसार निबंध का चयन करें क्योंकि हम यहाँ तीन निबंध देंगे जो 250, 500 और 1000 शब्दों में  होंगे। तो चलिए छोटे से शुरुआत करते हैं - 

Spring season in hindi Essay -250 Words 

 Class 5-8 के लिए 

वसंत को ऋतुओं का राजा कहा जाता है। सभी छह ऋतुओं में यह सबसे महत्वपूर्ण ऋतु मानी जाती है। वसंत ऋतु में ही धरती अपना श्रृंगार करती है। भारत में यह ऋतु मार्च महीने में आती है और अप्रैल माह तक चलती है। सभी ऋतुओं में यह बहुत ही सुहावनी होती है। 

तीन महीने की सर्दी के बाद वसंत ऋतु का आगमन होता है। वसंत पंचमी के त्यौहार से वसंत ऋतु का आगमन होता है।   इसके आते ही पेड़ों पर नए पत्ते आने लगते हैं। आम के पेड़ बौर से लद जाते हैं। चारों तरफ रंग बिरंगे फूल नज़र आते हैं। सरसों के पीले खेत सबका मन अपनी ओर आकर्षित करते हैं। 

इसके आते ही मानो पूरी धरती हरी भरी हो जाती है। यह सर्दी और गर्मी के बीच का समय होता है। वसंत ऋतु की सुबह बहुत ही सुंदर होती है। वसंत ऋतु में सुबह टहलने से स्वास्थ्य उत्तम होता है। इसीलिए इसे स्वास्थ्य प्रदान करने वाली ऋतु कहा जाता है। 

हवा में एक अलग ही ताज़गी होती है। सर्दी कम हो जाने से दिन सुहावने लगते हैं। दिन धीरे-धीरे बड़े और कम सर्द होने लगते हैं। खेतों में फसलें लहलहाती हैं।  शायद ही कोई व्यक्ति ऐसा हो जिसे वसंत ऋतु मनोभावन नही लगती हो। कहीं घूमने जाने के लिए या पिकनिक के लिए यह सबसे उत्तम समय होता है। 

यह समय प्रकृति के लिए भी बहुत आवश्यक होती है क्योंकि इस ऋतु में ही धरती अपना श्रृंगार करती है। पेड़ -पौधों को नया जीवन मिलता है धरती अपनी सुंदरता को प्राप्त करती है। 



Spring season in hindi Essay -1000 Words

 Class 6-12 के लिए 

प्रस्तावना

मौसम को छह ऋतुओं में विभाजित किया गया है जिनमे वसंत ऋतु भी एक है। सभी ऋतुओं में इसका स्थान सर्वोपरि है। इसे सभी ऋतुओं का राजा अर्थात 'ऋतुराज' भी कहा जाता है। वसंत ऋतु के आगमन को हम वसंत पंचमी नामक त्यौहार से करते है और इस ऋतु का स्वागत करते हैं।   यह ऋतु सम्पूर्ण प्रकृति के लिए नया जीवन प्रदान करने वाली होती है।

सर्दी और गर्मियों के बीच का समय होता है जो अत्यंत मनोरम और सुहावना होता है। इस ऋतु के आगमन के साथ ही प्रकृति में कई बदलाव होते हैं। सर्दी कम हो जाती है और गर्मी की शुरुआत हो जाती है। यह समय स्वास्थ्य के लिए सर्वोत्तम होता है। 

वसंत ऋतु का समय  (अवधि)

वसंत ऋतु का आगमन भारत में प्रायः मार्च महीने से हो जाता है और मई के अंत तक रहता है। हिंदी महीनों के अनुसार वसंत ऋतु फाल्गुन माह से प्रारंभ हो जाती है और वैशाख माह के अंत तक रहती है। 

हर देश में वसंत ऋतु के आने का समय वहां की परिस्थितियों के अनुसार अलग अलग होता है। 

वसंत ऋतु में प्राकृतिक दृश्य 

वसंत ऋतु को सभी ऋतुओं का राजा कहा जाता है। यह सबसे महत्वपूर्ण और मन को लुभाने वाली ऋतु होती है। इसके आगमन से ही गर्मी कम हो जाती है। शरद ऋतु के कारण वीरान हुए पेड़ वसंत के आते ही हरे हरे पत्तों से अपना श्रृंगार करने लगते हैं। सुबह सवेरे पक्षी चहचहाने लगते हैं मानो वे हमें जगाने का प्रयास कर रहे हों। शाखाओं पर नई कोपलें और फूल आने लगते हैं। मैदान पर हरी-हरी घास आ जाती है। आम के वृक्ष बौर से लद जाते है और उनसे हवा में एक भीनी भीनी खुशबू बहने लगती है। 

वसंत ऋतु में सुबह और शाम दोनों ही सुंदर अनुभव प्रदान करती हैं। सुबह को देखकर ऐसा लगता है जैसे धरा ने  सारा सौंदर्य इस सुबह में ही भर दिया हो। ऐसा लगता है जैसे चारों तरफ एक नवजीवन का उदय हो रहा हो।  धरती रूपी दुल्हन अपना श्रृंगार कर रही हो। 

खेत खलिहानों में फसल पकने लगती है और खेत सुनहरे रंग के दिखाई देते हैं। किसान अपनी फसल को काटने की तैयारी में जुट जाते हैं। दिन और रात में तापमान भी न तो ज्यादा होता है और न तो कम। दिन भी धीरे धीरे बड़े होने लगते हैं।

वसंत ऋतु में हमारा स्वास्थ्य में सुधार होता है और शरीर में एक स्वस्थ ऊर्जा का संचार होता है। 

वसंत ऋतु का महत्व

सभी ऋतुओं का अपना एक महत्व होता है। वसंत ऋतु भी बहुत महत्वपूर्ण होती है। जिस प्रकार हम पुराने वस्त्र उतारकर नए वस्त्र धारण करते हैं ठीक उसी प्रकार धरती शीत ऋतु के बाद अपना श्रृंगार करती है। 

बिना पत्तों के पेड़ ऑक्सीजन नही दे सकते अतः वसंत ऋतु में ही पेड़ पौधों को नया जीवन मिलता है । उनमें नए पत्ते आतें है और हमें जीवनदायिनी हवा (ऑक्सीजन) मिलती है। 

यह ऋतु कृषि के लिए भी बहुत आवश्यक होती है। शीत ऋतु से पेड़ पौधों का विकास रुक जाता है। इस ऋतु के आगमन से तापमान में बढ़ोत्तरी होती है जिससे खेतों में खड़ी फसल पक जाती है और कटाई के योग्य हो जाती है।

वसंत ऋतु में फूल खिलते है जिससे मधुमक्खियों द्वारा उनका परागण होता है। इस प्रकार आने वाली फसल में अच्छी पैदावार होती है।  यह ऋतु मनुष्य के साथ साथ पशु पक्षियों और अन्य जीवों के लिए भी एक नए जीवन की तरह आती है। 

वसंत ऋतु की विशेषताएं 

  • वसंत ऋतु शीत और ग्रीष्म ऋतु के मध्य का समय होता  जिसमें ठंडक कम हो जाती है और दिन सुहावने हो जाते हैं। 
  • पेड़-पौधों पर नए पत्ते आते है। घास के मैदान हरे भरे हो जाते हैं। चारों तरफ हरियाली छा जाती है।
  • इस ऋतु से सभी जीवों का आलस्य दूर हो जाता है और वह अपने अंदर एक स्वस्थ ऊर्जा का अनुभव करते हैं। 
  • यह ऋतु जीवनदायिनी और स्वास्थ्य प्रदान करने वाली होती है। शारीरिक स्वास्थ्य के साथ साथ मानसिक शक्ति भी मजबूत होती है।
  • वसंत ऋतु में तापमान काफी संतुलित हो जाता है क्योंकि ना तो अधिक सर्दी होती है और ना गर्मी होती है। 
  • वातावरण शुद्ध हो जाता है। हवा ठंडी और ताज़गी भारी हो जाती है। 
  • सुनहरे रंग की फसल काटने के लिए तैयार हो जाती है जिसे  किसान लंबे इंतज़ार के बाद खुशी खुशी अपने घर काटकर ले जाते हैं।

निष्कर्ष

इस ऋतु को ऋतुराज कहा जाता है और हो भी क्यों ना, वसंत ऋतु के आने से ही प्रकृति अपना वास्तविक सौंदर्य धारण करती है। मानव हो या पशु-पक्षी, पेड़ पौधे हो या आसमान में बादल सभी के लिए वसंत ऋतु एक वरदान के रूप में आती है। वसंत ऋतु धरती का श्रृंगार करती है। किसान फसल के रूप में अपनी मेहनत का फल काटकर घर ले जाते हैं। यह जीवनदायिनी ऋतु धरती पर नवजीवन लेकर आती है। इसीलिए इसे खुशियों की ऋतु कहा जाता है।

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आज आपने जाना 

आशा करते हैं कि आपको हमारी आज की यह पोस्ट "स्प्रिंग सीजन इन हिंदी" पसंद आई होगी। आज हमने आपको "वसंत ऋतु पर निबंध" के दो विकल्प दिए हैं। हमारा यही प्रयास रहा है कि आपको "Spring season essay hindi"  से जुड़ी हर जानकारी विस्तार से आपको दे सकें । फिर भी यदि आपके मन में कोई सवाल हो तो हमसे नीचे दिए गए comment box में जरूर पूछें। 

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