Ads

Vachhya in hindi: वाच्य की परिभाषा, भेद व उदाहरण

नमस्कार दोस्तों www.hindeevision.in में आपका स्वागत है। जब भी हिंदी व्याकरण की बात होती है उसमें वाच्य  का नाम ना आए ऐसा हो ही नहीं सकता।  क्योंकि यह व्याकरण का एक आवश्यक भाग है। यही कारण है कि छात्रों को बचपन से ही भिन्न-भिन्न कक्षाओं में वाक्य के बारे में पढ़ाया जाता है। आज हम बात करने वाले हैं वाच्य की और जानेंगे  'वाच्य किसे कहते हैं ?', 'वाच्य की परिभाषा क्या है?', 'वाच्य कितने प्रकार के होते हैं?' 


इसके अलावा हम जानेंगे 


कर्तृवाच्य की परिभाषा
कर्मवाच्य की परिभाषा
भाववाच्य की परिभाषा
वाक्य के प्रकार और उसके उदाहरण

तो चलिए बिना किसी देरी के शुरू करते हैं - 

Vachhya in hindi: वाच्य की परिभाषा, भेद व उदाहरण

वाच्य की परिभाषा (अर्थ)

परिभाषा:  "जिस प्रकार से किसी वाक्य में क्रिया के अनुसार कर्ता( कर्ता कर्म या भाव) का संबंध व्यक्त किया जाता है उसे 'वाच्य' कहते हैं। "

"क्रिया के जिस रूप से उसके कर्ता, कर्म या भाव के अनुसार होने का बोध होता है उसे 'वाच्य' कहते हैं।"

( यहां पर हम आपको दो परिभाषाएं दी हैं जिनमें से दोनों ही उपयुक्त हैं आप अपने अनुसार इनमें से किसी भी एक का चयन कर सकते हैं। )

सरल शब्दों में तो कह तो वाच्य हमें यह बताता है की वाक्य में किसका प्रभाव अधिक है कर्ता का, कर्म का या भाव का। किसी वाक्य में करता प्रमुख होता है और उसका प्रभाव अधिक होता है लेकिन कुछ वाक्य में कर्म का प्रभाव अधिक होता है और वह प्रमुख होता है इसी संबंध के अंतर को वाच्य के द्वारा समझा जाता हैं। 

वाच्य के प्रकार  (भेद)

वाच्य मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं - 
  1. कर्तृवाच्य
  2. कर्मवाच्य
  3. भाववाच्य

1. कर्तृवाच्य

परिभाषा : "जिसमें करता प्रधान हो तथा कर्म (यदि हो तो) गौड़ हो और क्रिया कर्ता के लिंग से प्रभावित हो रही हो उसे कर्तृवाच्य कहते हैं। 

इस वाच्य में अकर्मक एवं सकर्मक दोनों प्रकार की क्रियाओं का इस्तेमाल किया जाता है।"

जैसे -  रवि किताब पढ़ता है।
         बच्चे आम तोड़ते हैं।
         वह अमरूद खा रहा है। 

इन उदाहरण में यही देखा जा रहा है की क्रिया कर्ता के अनुसार अपना रूप बदल रही है जबकि कर्म का उसे पर कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है चाहे स्त्री हो या पुरुष एकवचन हो या बहुवचन। 

सरल शब्दों में कहें तो  'रवि किताब पढता है' इस वाक्य में अगर कर्ता एक लड़की होती तो पढ़ता की जगह पढ़ती हो जाता। इसका मतलब यह है कि क्रिया कर्ता के हिसाब से अपना रूप बदल रही है लेकिन कर्म 'किताब' का क्रिया पर कोई प्रभाव नही पड़ेगा। साथ ही इनमें अकर्मक एवं सकर्मक दोनों प्रकार की क्रियो का प्रयोग होता है। 

2.कर्मवाच्य

परिभाषा : "जिसमें कर्म प्रमुख होता है तथा कर्ता गौड़ होता है और क्रिया कर्म के लिंग वचन और पुरुष से प्रभावित होती है।"

कर्मवाच्य में कर्म को ही विषय माना जाता है। कर्मवाच्य में केवल सकर्मक क्रियाओं का ही प्रयोग होता है।

जैसे - राजू के द्वारा सेब लाया गया। 
         कविता के द्वारा पत्र लिखा गया । 

यहाँ पर क्रिया कर्म के अनुसार प्रयोग हुई है अर्थात कर्म का पूरा प्रभाव क्रिया पर पड़ रहा है और कर्म को ही प्रमुख विषय माना गया है। 

सरल शब्दों में कहें तो 'कविता के द्वारा पत्र लिखा गया।' इस वाक्य में लिखना क्रिया है जो कि पत्र के लिए प्रयोग की गई है। अगर पत्र की स्थान पर 'आम' होता तो क्रिया 'खाया' हो जाती। इसका मतलब है कि क्रिया कर्म पर निर्भर कर रही है। 

3. भाववाच्य

परिभाषा : "जिस वाक्य में क्रिया का संबंध कर्ता, व कर्म से न होकर केवल भाव से होता है भाववाच्य कहलाता है।" 

इन वाक्यों में भाव प्रधान होता है। इसमें क्रिया पर कर्म या कर्ता का कोई प्रभाव नही पड़ता अर्थात क्रिया स्वतंत्र रहती है। इसमें सदैव क्रिया के एकवचन का प्रयोग होता है। 

जैसे - मुझसे अब खाया नही जाता। 
        राघव से दौड़ नही जा रहा है। 
        
इन दोनों उदाहरण में वाक्य की क्रिया स्वतंत्र रूप में है और वाक्य में भाव की प्रधानता दिखाई दे रही है अर्थात भाव को ही मुख्य विषय बनाया गया है अतः यहाँ भाववाच्य है। 

कर्तृवाच्य के उदाहरण

  1. गरमियों में लोग खूब नहाते हैं
  2. पक्षी रात में सोते हैं।
  3. उमेश हँसा ।
  4. हमलोग रोज नहाते हैं।
  5. मैं गा नहीं सकता ।
  6. मैं घर में बैठ नहीं सकता।
  7. वह तख्त पर सोता है।
  8. हम आज रात को यहीं ठहरेंगे।
  9. मैं चुप नहीं बैठ सकता ।
  10. सलोनी नहीं हँसती ।
  11. सौम्या सुबह को उठ नहीं सकी।
  12. बच्चे शांत नहीं रह सकते।
  13. मैं नहीं चल सकता।
  14. हम नहीं हँस सकते।
  15.  वे गा नहीं सकते।
  16. वाणी कहानी सुनाती है।
  17. सीता नहीं लिखती ।
  18. मैं अब और चल नहीं सकता ।
  19. आइए, चलें।
  20. वह बेचारी रो भी नहीं सकती ।
  21. चलो, अब सोते हैं।
  22. अब चलते हैं।
  23. माँ बैठ नहीं सकती।
  24. मैं देख नहीं सकती ।
  25. माँ रो भी नहीं सकती।
  26. गोपाल पत्र लिखता है।
  27. मैं अखबार नहीं पढ़ सकता ।
  28. छात्र पत्र लिखते हैं।
  29. लड़कियाँ गीत गा रही हैं।
  30. हसीना कल पत्र लिखेगी।
  31. सुमित ने कविता पढ़ी ।
  32. भारत ने नया उपग्रह छोड़ा ।
  33. मैं बोझ नहीं उठा सका ।
  34. मैं यह वजन उठा नहीं पाऊँगा।
  35. मैं यह दृश्य नहीं देख सका।
  36. मैं रामायण नहीं पढ़ सका ।
  37. मैंने पत्र नहीं लिखा ।
  38. मजदूर पत्थर नहीं तोड़ रहे।
  39. कल देर तक पढ़ा।
  40. सविता दूध नहीं पी रही।

कर्मवाच्य में उदाहरण

  1. गोपाल से पत्र लिखा जाता है।
  2. मुझसे अखबार पढ़ा नहीं जाता।
  3. छात्रों द्वारा पत्र लिखे जाते हैं।
  4. लड़कियों द्वारा गीत गाए जा रहे हैं।
  5. हसीना द्वारा कल पत्र लिखा जाएगा।
  6. सुमित द्वारा कविता पढ़ी गई।
  7. भारत द्वारा नया उपग्रह छोड़ा गया।
  8. मुझसे बोझ उठाया नहीं जा सका।
  9. मुझसे यह वजन नहीं उठाया जाएगा।
  10. मुझसे यह दृश्य नहीं देखा गया।
  11. रामायण मुझसे नहीं पढ़ी जा सकी।
  12. मुझसे पत्र नहीं लिखा गया।
  13. मजदूरों से पत्थर नहीं तोड़े जा रहे।
  14. कल देर तक पढ़ा गया।
  15. सविता के द्वारा दूध नहीं पिया जा रहा।
  16. कमला द्वारा कल-पत्र लिखा जाएगा।
  17. सहवाग द्वारा शतक लगाया गया।
  18. तुमसे झूठ नहीं बोला गया।
  19. अध्यापक द्वारा कहानी सुनाई गई।
  20. मशीन से चारा काटा जा रहा था।
  21. मुझसे पढ़ा नहीं जाता।
  22. नानी से कहानी कही नहीं जाती ।
  23. मुझसे पत्र नहीं पढ़ा जाता ।
  24. उससे यह दृश्य देखा नहीं जाता।
  25. इस छात्रा द्वारा भावभीनी श्रद्धांजलि दी जा रही है।
  26. नेहरु जी द्वारा अपने देश के लिए समस्त सुख-सुविधाएँ त्याग दी गईं।
  27. स्वामी जी द्वारा समाज-सुधार के लिए क्या कुछ नहीं किया गया।
  28. आपके द्वारा गाना गाया जाय।
  29. हामिद के द्वारा पतंग उड़ाई जा रही है।
  30. सुरेश द्वारा नाटक खेला जाता है।
  31. सरकार के द्वारा घोषणा की गई।
  32. राम के द्वारा लंका का राज्य विभीषण को दे दिया गया।
  33. मुझपर भारी दबाव डाला जा रहा था।
  34. राज्यों को अनुदान दिया गया।
  35. पेड़ काट दिए गए हैं।
  36. पक्षियों के द्वारा आकाश में उड़ा जाता है।
  37. सचिन के द्वारा मैच खेलने चेन्नई जाया जाएगा।
  38. राकेश के द्वारा पुस्तक पढ़ी जा रही है।
  39. मित्रों के द्वारा विपत्ति में मदद की जाती है।
  40. रमेश के द्वारा पत्र लिखा जाता है।
  41. फैक्टरी बंद करा दी गई।
  42. बुढ़िया के द्वारा खाना नहीं खाया जाता है।
  43. भारतवासियों के द्वारा महात्मा गांधी नहीं भुलाए जा सकते।
  44. सोहन के द्वारा सिनेमा नहीं देखा जाता ।
  45. शीला द्वारा पत्र लिखा जा रहा है।
  46. हमारे द्वारा स्वामी दयानंद को भुलाया नहीं जा सकता ।
  47. बच्चों के द्वारा शोर मचाया जाएगा।
  48. माला के द्वारा खाना खाया गया ।
  49. रीमा के द्वारा चित्र बनाया जाता है।
  50. नौकर के द्वारा घर की सफाई की जाती है।
  51. तुम्हारे द्वारा अखबार पढ़ा जाता है।
  52. वाणी के द्वारा कहानी सुनाई जाती है।
  53. मेरे द्वारा प्रेमचंद का उपन्यास 'कर्मभूमि' पढ़ा गया।
  54. रहमान के द्वारा पतंग उड़ाई जा रही है।

भाववाच्य के उदाहरण

  1. गरमियों में लोगों से खूब नहाया जाता है।
  2. पक्षियों से रात में सोया जाता है।
  3. उमेश से हँसा गया।
  4. हमलोगों से रोज नहाया जाता है।
  5. मुझसे गाया नहीं जाता ।
  6. मुझसे घर में बैठा नहीं जाता।
  7. उससे तख्त पर सोया जाता है।
  8. आज रात हमसे यहीं ठहरा जाएगा।
  9. मुझसे चुप नहीं बैठा जा सकता।
  10. सलोनी से हँसा नहीं जाता।
  11. सौम्या से सुबह को उठा नहीं जा सका।
  12. बच्चों से शांत नहीं रहा जाता।
  13. मुझसे चला नहीं जाता ।
  14. हमसे हँसा नहीं जाता।
  15. उनसे गाया नहीं जाता।
  16. वाणी के द्वारा कहानी सुनाई जाती है।
  17. सीता से लिखा नहीं जाता।
  18. मुझसे अब और चला नहीं जाता।
  19. आए, चला जाय ।
  20. उस बेचारी से रोया भी नहीं जाता ।
  21. चलो, अब सोया जाय।
  22. अब चला जाय ।
  23. माँ से बैठा नहीं जाता।
  24. मुझसे देखा नहीं जाता।
  25. माँ से रोया भी नहीं जाता।



निष्कर्ष 


हां तो दोस्तों आशा करते हैं कि आपको हमारी आज की यह पोस्ट "Vachya in Hindi" पसंद आई होगी। आज की इस पोस्ट में हमने जाना कि 'वाच्य की परिभाषा'  क्या होती है और  वाच्य के  भेद व वाच्य के उदाहरण । दोस्तों हमने इस पोस्ट में यही प्रयास किया है की आपको इससे जुड़ी सभी जानकारी सरल भाषा मे बता सकें। फिर भी अगर आपके मन मे कोई सवाल हो तो हमसे कमेंट में पूछ सकते हैं। 

अगर आपको हमारी पोस्ट पसंद आती है तो इसे अपने दोस्तों और  सोशल मीडिया पर शेयर करें और शिक्षा की जानकारी से जुड़ी ऐसी ही पोस्ट पढ़ने के लिए हमे   Facebook Instagraam और Twitter पर follow करें। 

धन्यवाद !

आपका दिन शुभ हो !




एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ