BAMS Course details in hindi: बीएएमएस कोर्स की फीस, एडमिशन, कॉलेज व सम्पूर्ण जानकारी

SUSHIL SHARMA
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BAMS course details in hindi : जैसा कि टाइटल से स्पष्ट हो जाता है कि आज हम बात करने वाले हैं BAMS Course कोर्स के बारे में और जानेंगे कि 'बीएएमएस कोर्स क्या है', 'बीएएमएस कोर्स की फुल फॉर्म क्या होती है',   'बीएएमएस कोर्स कैसे करें' ? अतः इस पोस्ट को पूरा पढ़ें क्योंकि इस पोस्ट में हम बीएएमएस कोर्स के बारे में संपूर्ण जानकारी विस्तार पूर्वक सरल शब्दों में प्रदान करने वाले हैं।

इस लेख को लिखने का उद्देश्य उन छात्रों को BAMS के बारे में बताना है जो BAMS करना चाहते हैं। ऐसे में उनके मन मे कई सवाल आते हैं जैसे BAMS कैसे करें?, BAMS की फीस कितनी होती है?BAMS का फुल फॉर्म क्या है? और BAMS Course में एडमिशन कैसे लें? आदि। 


सम्पूर्ण जानकारी के लिए पोस्ट को पूरा पढ़ें। 

CourseDetails
कोर्स का नामBHMS (Bachelor of Ayurvedic Medicine and Surgery)
अवधि5.5 वर्ष
विषयपदार्थ विज्ञान एवं आयुर्वेद इतिहास, संस्कृत, क्रिया एवं शरीर रचना, मौलिक सिद्धान्त और अष्टांग हृदय, द्रव्यगुण विज्ञान, रोग निदान, रस शास्त्र, चरक संहिता, रसवाह स्रोत के रोग, अगतंत्र, स्वस्थवृत्त, प्रसूति तंत्र एवं स्त्री रोग, पंचकर्म, कायचिकित्सा, शालक्य तंत्र और रिसर्च पद्दति आदि। 
एडमिशनNEET, प्रवेश परीक्षा, मेरिट बेस्ड एडमिशन
कोर्स फीस12,000 से 3,00,000 तक प्रतिवर्ष
कैरियरDoctor, Private Practitioner, public health specialist,  Teacher, Researcher, Pharmacist, Consultant. 
सैलेरी2.5 - 7.5 लाख प्रति वर्ष


तो चलिए BAMS से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी लेते हैं - 

BAMS Course Details in hindi | BAMS कोर्स क्या है ?

BAMS Course details in hindi


BAMS (Bachelor of Ayurvedic medicine and surgery) एक ग्रेजुएशन स्तर का कोर्स है जिसे 10+2 पास करने के बाद किया जा सकता है। BAMS (आयुर्वेदचर्या चिकित्सा और संस्कृति) एक प्रमुख आयुर्वेदिक चिकित्सा कार्यक्रम है जो भारतीय प्रणाली के अनुसार संचालित होता है। यह भारत में चिकित्सा की प्रमुख पद्धतियों में से एक है। BAMS को संस्थानों और विश्वविद्यालयों में 5.5 साल के पाठ्यक्रम के रूप में प्रदान किया जाता है, जिसमें 4.5 साल का अध्ययन  होता है और 1 साल की इंटर्नशिप कर अनुभव प्राप्त किया जाता है। 

BAMS के पाठ्यक्रम में आयुर्वेद, संस्कृत, रसायन शास्त्र, रोग विज्ञान, आनुवंशिकी, रोगी परीक्षण, चिकित्सा पदार्थ, प्रसूति एवं स्त्रीरोग, शल्य चिकित्सा (सर्जरी), काय चिकित्सा (आयुर्वेदिक फार्मासी), बाल रोग, मनोविज्ञान, सामुद्रिक चिकित्सा, पंचकर्म, संगणक शास्त्र, आहार-विहार, रोगी परहेज आदि के विषयों पर प्रमुख ध्यान दिया जाता है।

BAMS के पूरा होने के बाद, छात्रों को उनके के हिसाब से चिकित्सा प्रदान करने की अनुमति मिलती है। BAMS के प्रमाण पत्र के साथ, छात्र अपना स्वयं का चिकित्सा केंद्र खोल सकते हैं, अस्पतालों में नौकरी कर सकते हैं, और विभिन्न सरकारी या निजी चिकित्सा संस्थानों में चिकित्सा दवाइयों के निर्माण और मैनुफैक्चरिंग के क्षेत्र में काम कर सकते हैं।

BAMS एक प्रमुख चिकित्सा कार्यक्रम है जो भारतीय प्रणाली के मूल्यों, सिद्धांतों, और चिकित्सा प्रथाओं पर आधारित है। BAMS के माध्यम से, छात्र आयुर्वेदिक चिकित्सा में विशेषज्ञता हासिल करके सामुदायिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करते हैं।



BAMS का फुल फॉर्म क्या है? / BAMS Full form in hindi 

BAMS का फुल फॉर्म होता है "Bachelor of Ayurvedic Medicine and Surgery" .  इसका हिंदी में फुल फॉर्म 'आयुर्वेदिक मेडिसिन और सर्जरी में स्नातक' होता है। BAMS कोर्स आयुर्वेदिक चिकित्सा में स्नातक (बैचलर) प्रोग्राम है। इस कोर्स के अंतर्गत छात्रों को आयुर्वेदिक चिकित्सा के मूल सिद्धांत, रोगी का प्रोफाइलिंग, औषधीय उपचार, और संदर्भित क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्राप्त कराई जाती है। BAMS कोर्स की अवधि 5.5 वर्ष होती है जिसमें 4.5 वर्ष शिक्षण के लिए और 1 वर्ष की इंटर्नशिप होती है। जिसमें स्नातकोत्तर (UG) कोर्स के बाद 1 वर्ष का इंटर्नशिप किया जाता है। 


BAMS कोर्स क्यों चुनें ? (Why we should choose BAMS )


BAMS कोर्स का चयन करने के कुछ मुख्य कारण हैं:

 Specialization in Ayurvedic Medicine

 BAMS कोर्स के माध्यम से, आप आयुर्वेदिक चिकित्सा में विशेषज्ञता प्राप्त कर सकते हैं। यह आपको आयुर्वेदिक उपचार, औषधि प्रयोग, पंचकर्म, आहार-विहार, और रोगी परहेज की जानकारी प्रदान करता है।

Community health support

BAMS के माध्यम से, आप सामुदायिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकते हैं। आप स्वस्थ जीवन शैली, प्रकृति के साथ संगठित रहने, और आयुर्वेदिक उपायों का उपयोग करके लोगों को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं।

Patient testing and therapy

BAMS कोर्स में आपको रोगी परीक्षण, रोगी का इतिहास लेना, और उन्हें आयुर्वेदिक चिकित्सा के माध्यम से उपचार प्रदान करने की कला सीखाई जाती है। इससे आप अपने मरीजों को सही और प्राकृतिक उपचार प्रदान कर सकते हैं।

Career in healthcare

BAMS कोर्स के पूरा होने के बाद, आप स्वास्थ्य सेवा के कई क्षेत्रों में करियर बना सकते हैं। आप अस्पतालों में नौकरी कर सकते हैं, अपना स्वयं का चिकित्सा केंद्र खोल सकते हैं, और सरकारी या निजी चिकित्सा संस्थानों में चिकित्सा पदार्थों की विनिर्माण और उत्पादन के क्षेत्र में काम कर सकते हैं।

Major Ayurvedic Programs

BAMS भारत में प्रमुख आयुर्वेदिक कार्यक्रमों में से एक है। इसका मतलब है कि इस कोर्स के माध्यम से आप भारतीय प्रणाली के मूल्यों, सिद्धांतों, और चिकित्सा प्रथाओं को समझ सकते हैं और उन्हें अपने चिकित्सा करियर में उपयोग कर सकते हैं।




BAMS कोर्स करने के लिए योग्यता (Qualification) 

जैसा कि हमने आपको बताया कि BAMS एक स्नातक स्तर का एक डिग्री कोर्स है। यह कोर्स करने के लिए  आपको 10 + 2 पास होना अनिवार्य है। 12th में आपको PCB यानि कि सब्जेक्ट  फिजिक्स केमिस्ट्री और बायोलॉजी से  न्यूनतम 50% अंको से पास होना चाहिए। BHMS के लिए मुख्य रूप से निम्नलिखित योग्यतायें होनी चाहिए - 

  • Physics Chemistry और Biology विषय से 12वीं पास होना चाहिए। 
  • NEET की परीक्षा में आवश्यक स्कोर होना चाहिए।
  • अंग्रेजी भाषा की योग्यता के लिए IELTS या TOEFL में अच्छा स्कोर होना चाहिए। 
  • आपके पास आवेदन के समय सभी आवश्यक दस्तावेज होने चाहिए। 
  • अगर आप यह कोर्स विदेश में करना चाहते हैं तो आपके पास पासपोर्ट और वीज़ा भी होना चाहिए। 


तो अगर आप Physics, Chemistry और Biology से 10+2  पास आउट है तो BHMS का कोर्स कर सकते हैं। इसके लिए बहुत सारे इंट्रेंस एग्जाम होते हैं जिन्हें क्वालीफाई कर के आप इसमें एडमिशन ले सकते हैं। 

जैसे कि अगर आपको BHMS कोर्स में एडमिशन लेना है तो आपको NEET की परीक्षा देनी होगी। प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंको के आधार पर ही मेरिट बनती है और मेरिट के आधार पर ही शिक्षण संस्थान में आपका एडमिशन होता है। 

BAMS Course करने की आयु सीमा 

BAMS Course करने के लिए तो कोई अधिकतम सीमा निर्धारित नही है लेकिन बीएएमएस में Admission के लिए आपकी न्यूनतम आयु 17 साल की होनी चाहिए।  अगर आप की आयु 17 साल हो गयी है और आपने 10+2 पास कर लिया है तो आप BAMS कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं और यह कोर्स कर सकते हैं। 5.5 वर्षों में ही आप बीएएमएस कोर्स को पूरा कर लेंगे। 


बीएएमएस की एडमिशन प्रक्रिया (BAMS Admission process)

BAMS Course admission process- बीएएमएस कोर्स की एडमिशन प्रक्रिया


BHMS कोर्स में एडमिशन प्रोसेस कि बात करें तो स्टेट लेवल, नेशनल लेवल पर आपके कई इंट्रेंस एग्जाम होते हैं। इसमें सबसे प्रमुख NEET की परीक्षा होती है जिसे पास करने के बाद आप अपने मनपंसद संस्थान में प्रवेश पा सकते हैं। NEET की परीक्षा देकर बीएचएमएस कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। 

NEET Exam होने पर उसमें मेरिट लिस्ट आती है उसी के आधार पर आपका एडमिशन होता है अगर आप एग्जाम क्वालीफाई कर लेते हैं तो आप इसके फर्स्ट राउंड काउंसलिंग के लिए जा सकते हैं  जिनका नाम फर्स्ट राउंड में नहीं आता है तो आपको सैकेंड राउंड में काउंसलिंग के लिए बुलाया जा सकता है। जिन सीटों पर एडमिशन नही होते हैं आपको उसमें भी प्रवेश मिल जाता है।  नीट के अलावा भी Intrance देकर आप  BAMS Course कर सकते हैं जैसे:-

  1. NEET
  2. AIAPGET
  3. CPAT
  4. CET
  5. State Level entrance exams
  6. University Level entrance exams


BAMS कोर्स की फीस कितनी है ? (BAMS Course fees)

आमतौर पर बीएएमएस की फीस ₹12000 से ₹3,50,000 रुपये प्रति वर्ष तक होती है। किसी भी संस्थान में आपकी फीस कितनी होगी यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपने किस संस्थान में एडमिशन लिया है। प्रायः सरकारी संस्थान में आपकी फीस ₹12,000- ₹40,000 प्रतिवर्ष होती है जबकि प्राइवेट संस्थानों में आपकी फीस ₹40,000-3,50,000 रुपये प्रतिवर्ष तक हो सकती है। 

अगर आप अपनी BHMS Course की फीस को कम रखना चाहते हैं तो आप किसी सरकारी संस्थान में एडमिशन लेने का प्रयास करें ज्यादातर सरकारी संस्थान में मेरिट के आधार पर प्रवेश मिलता है । अतः आपको NEET को अच्छी rank से पास करना होगा तभी आपको एक सरकारी संस्थान में एडमिशन मिलेगा। 

प्राइवेट संस्थानो में direct admission की सुविधा होती है लेकिन कई प्राइवेट संस्थान भी प्रवेश परीक्षा आयोजित करवाते हैं। 



Entrance Exams for BHMS course / बीएचएमएस के लिए प्रवेश परीक्षाएं

BAMS के लिए प्रवेश परीक्षाएं राष्ट्रीय आयुर्वेदिक प्रवेश परीक्षा (NEET) द्वारा आयोजित की जाती हैं। NEET एक राष्ट्रीय स्तरीय परीक्षा है जिसका मुख्य उद्देश्य भारतीय आयुर्वेदिक प्रशासनिक सेवा (AYUSH) के तहत आयुर्वेदिक, होमियोपैथी, नातुरोपैथी, और यूनानी चिकित्सा में प्रवेश के लिए पात्रता का मापदंड स्थापित करना है।

 NEET परीक्षा के माध्यम से BAMS के लिए प्रवेश के लिए छात्रों को प्रश्नों के प्रकार में संतुलन, संचालन, संसाधन, गणित, विज्ञान, सामान्य ज्ञान, और आयुर्वेदिक विज्ञान पर आधारित परीक्षा देनी होती है।

 NEET परीक्षा के लिए आवेदन करने के लिए छात्रों को NEET की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होता है। परीक्षा के लिए पात्रता मानदंडों को पूरा करने के बाद, छात्रों को परीक्षा केंद्र में जाकर NEET परीक्षा में भाग लेना होता है।

NEET परीक्षा के परिणाम के आधार पर, सफल छात्रों को BAMS के प्रवेश के लिए संबंधित कॉलेजों में सीट मिलती है।

इनके अलावा आप इन प्रवेश परीक्षाएं देकर भी BAMS में Admission पा सकते हैं- 

  • NEET
  • AIAPGET
  • CPAT
  • CET
  • State Level entrance exams
  • University Level entrance exams

बीएएमएस के बाद नौकरी के अवसर (संभावनाएं) 

बीएएमएस के बाद जॉब -Job Opportunity after BAMS


BAMS के बाद, छात्रों को विभिन्न नौकरी के अवसर मिलते हैं। कुछ मुख्य नौकरी के अवसर- 

 सरकारी नौकरी

बीएएमएस करने के बाद छात्र सरकारी अस्पतालों, आयुर्वेदिक क्षेत्रों, औषधालयों, और संबंधित सरकारी संस्थानों में चिकित्सा अधिकारी, सहायक प्रोफेसर, और अन्य पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं।

 निजी अस्पताल

छात्र निजी अस्पतालों में चिकित्सा प्रशासन, चिकित्सा प्रशासन, और सहायक प्रोफेसर के पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं।

Independent Engineering

छात्र अपने आयुर्वेदिक ज्ञान का उपयोग करके स्वतंत्र रूप से अपना अस्पताल स्थापित कर सकते हैं और चिकित्सा सेवाएं प्रदान कर सकते हैं।

 रिसर्च 

 छात्र अपने BAMS के बाद शोध क्षेत्र में जा सकते हैं और आयुर्वेदिक मेडिसिन के विभिन्न पहलुओं में अपनी शोध प्रक्रिया में भागीदारी कर सकते हैं।

 बिजनेस 

छात्र आयुर्वेदिक उत्पादों, पैकेज मेडिसिन, हर्बल उत्पादों, और अन्य संबंधित क्षेत्रों में अपना व्यापार शुरू कर सकते हैं।

यह कुछ मुख्य नौकरी के अवसर हैं, हालांकि इसके अलावा भी अन्य अवसर भी मौजूद हो सकते हैं। BAMS के बाद कैरियर के लिए, छात्रों को उच्चतम स्तर की शिक्षा प्राप्त करने, रिसर्च करने, और मेडिकल फील्ड में अपडेट रहने की जरूरत होती है।


भारत में BAMS कोर्स के लिए बेस्ट कॉलेज / Top Colleges for BAMS in India

यह बीएएमएस के टॉप कॉलेजों की लिस्ट है - 

CollegeLocationFees / year
Banaras Hindu University (BHU)Varanasi₹1,0,000
Kanpur University Kanpur₹2.4 Lakh
Glocal University Saharanpur₹3 Lakh
Aryabhatt Knowledge University Patna₹ 27,000
RK University Rajkot₹2.2 Lakh
National institute of Ayurveda Jaipur₹40,000
Tantia University Sriganganagar₹2.95 Lakh
Bharti Vidyapeeth Deemed University Pune₹4 Lakh
Dr. DY Patil Vidyapeeth Pune₹6 Lakh
Institute of medical sciences Varanasi₹13,000


Top Colleges for BAMS in Uttar Pradesh/ उत्तर प्रदेश में बीएएमएस के शीर्ष कॉलेज

यह उत्तर प्रदेश में बीएएमएस के टॉप कॉलेजों की लिस्ट है - 

CollegeLocationFees / year
Banaras Hindu University (BHU)Varanasi₹1,0,000
Kanpur University Kanpur₹2.4 Lakh
Glocal University Saharanpur₹3 Lakh
Rama University Kanpur₹ 2.37 Lakh
IIMT University Meerut₹2.74 Lakh
Rajshree group of institution Barelly₹2.5 Lakh
Mangalayatan University Aligarh
Dronacharya Ayurvedic CollegeSaharanpur₹2.20 Lakh
Charak Ayurvedic medical collegeMeerut₹2 lakh
RBAMCHAgra₹2.52 Lakh


Top BAMS Colleges in delhi

दिल्ली में BAMS के टॉप कॉलेज निम्न हैं - 
  1. दिल्ली अयुर्वेदिक एंड अनुसंधान संस्थान (Delhi Ayurvedic and Research Institute)
  2. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ आयुर्वेद (National Institute of Ayurveda)
  3. चक्रपाणि आयुर्वेद कॉलेज (Chakrapani Ayurveda College)
  4. आयुर्वेद महाविद्यालय, दिल्ली (Ayurved Mahavidyalaya, Delhi)
  5. आरोग्यधाम आयुर्वेदिक कॉलेज (Arogyadham Ayurvedic College)

Top BAMS Colleges in Bangalore

बंगलोर में BAMS के बेस्ट कॉलेज निम्नलिखित हैं - 

  1. श्री धर्मसस्था आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज (Sri Dharmasthala Ayurvedic Medical College)
  2. श्री कालाभैरवेश्वर आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज (Sri Kalabhairaveswara Ayurvedic Medical College)
  3. आदिचुंचनगिरि आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज (Adichunchanagiri Ayurvedic Medical College)
  4. अत्रेय आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज (Atreya Ayurvedic Medical College)
  5. श्री सारास्वती आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज (Sri Sarada Ayurvedic Medical College)

BAMS Course complete Syllabus

BAMS Course syllabus in Hindi :- 

Course YearSyllabus
Year - 1
  • Ayurveda Nirupana
  • Pratyaksha Pariksha
  •  Dravya Vigyaan Niyam
  • Anuman Pariksha
  • Samavaya vigyan
  • Hemetology
Year - 2
  • Dravya
  • Mishraka gana
  • Basic Pathalogy
  •  Prabhava
  •  Vyadhi Vigyan
  •  Disease of Ras Vah srotas
Year - 3
  • Ritucharya
  • Janapadodhwamsa
  • Dincharya
  • Panch kosh theory
  •  Epidemiology
  • Garbha Vigyan
  • Preventative Geriatricks
Year - 4
  • Snehana
  • Virechna Karma
  • Nirjanatukarana
  •  Bhya Snehana
  •  Marma
  • Kshara and Kshara karma

BAMS कोर्स करने के बाद सैलेरी कितनी मिलती है ?

आपकी सैलरी इस बात पर निर्भर करती है कि आप किस क्षेत्र में और किस संस्थान में जॉब करते हैं। BHMS करने के बाद प्राइवेट सेक्टर में आम तौर पर आपको ₹20,000-25,000 तक मिल सकते हैं। वहीं अगर आप किसी सरकारी संस्थान में कार्य करते हैं तो आपको ₹30,000 - 40,000 तक मिलते हैं। जैसे जैसे आपका अनुभव बढ़ता जाता है वैसे वैसे आपकी सैलरी भी बढ़ती जाती है।  अगर आप चाहें तो खुद का क्लिनिक या हॉस्पिटल खोल सकते हैं और लाखों रुपये महीने में कमा सकते है। 

इसके अलावा अगर आप इसी फील्ड में पोस्ट ग्रेजुएशन और पीएचडी कर लेते हैं तो आपकी सैलेरी ₹50,000 -80,000 तक भी हो सकती है। इसके अलावा अगर आप इस क्षेत्र में खुद का बिज़नेस शुरू करेंगे तो आप महीने के लाखों रुपये तक कमा सकते हैं क्योंकि BHMS करने के बाद आपके लिए career के कई Options खुल जाते हैं। 

BAMS के बाद Post Graduate कोर्स

बीएएमएस कोर्स के बाद आप निम्न पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स कर सकते है - 
  1. MS Ayurveda
  2. M.Sc Ayurveda
  3. PG Diploma
  4. Ph.D in Ayurveda
अगर आप बीएमएस के बाद उपर्युक्त पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स कर लेते हैं तो आपकी योग्यता क्षमता और अनुभव काफी बढ़ जाता है। इसके कारण आपको उच्च पदों पर जॉब मिल सकती है और इसके बाद आपको अच्छी खासी सैलरी दी जाती है। 

BAMS course  से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न / FAQ


बीएएमएस (BAMS) करने में कितना खर्च आता है? 

बीएएमएस में होने वाले खर्चे इस बात पर निर्भर करते हैं कि आपने किस संस्थान में एडमिशन लिया है यदि आप किसी सरकारी यूनिवर्सिटी यह कॉलेज में एडमिशन लेते हैं तो आपको पूरे कोर्स के लिए 1.5-3 लाख रुपए खर्च करने पड़ सकते हैं वहीं अगर आप किसी प्राइवेट संस्थान में एडमिशन लेते हैं तो आपको पूरे कोर्स के लिए 7- 20 लाख रुपए तक खर्च करने पड़ सकते हैं।

BAMS डॉक्टर क्या होता है ? 

बीएएमएस डॉक्टर अन्य डॉक्टरों की तरह ही होता है बस इनकी उपचार पद्धति एलोपैथिक डॉक्टर से अलग होती है। BAMS doctor आयुर्वेदिक औषधियों, पारंपरिक चिकित्सा पद्धति, मेडिटेशन और अनेकों उपचार माध्यमों की सहायता से मरीज  का इलाज़ करते हैं। 

प्राइवेट कॉलेजों में BAMS की फीस कितनी होती है ? 

प्राइवेट संस्थानों में बीएएमएस की फीस ₹40,000-3,50,000 रुपये प्रतिवर्ष तक हो सकती है। अलग अलग कॉलेजों में फीस अलग अलग होती है। 

सरकारी कॉलेजों में BAMS की फीस कितनी होती है ? 

प्रायः सरकारी संस्थान में आपकी फीस ₹12,000- ₹40,000 प्रतिवर्ष होती है। कई विश्वविद्यालयों व संस्थानो में बीएएमएस की फीस 10,000 प्रतिवर्ष भी होती है। आप ऊपर दिए गए कॉलजों की लिस्ट में से फीस के अनुसार कॉलेज की लिस्ट चेक कर सकते हैं।

BAMS कोर्स कितने साल का होता है?

बीएएमएस कोर्स 5.5 वर्ष का होता है जिसमें आपको 4.5 वर्ष पढ़ाई करनी होती है। उसके बाद आपको एक साल की इंटर्नशिप पूरी करनी होती है। 




आज हमने जाना

हां तो दोस्तो! मुझे उम्मीद है कि आपको हमारी यह पोस्ट  BAMS Course details in hindi   पसंद आयी होगी। आज हमने जाना कि   बीएएमएस का फुल फॉर्म क्या है और  BAMS ki fees kitni hoti hai.इसके अलावा हमने बात की कि best BAMS colleges in india कौन से हैं। 

इस पोस्ट में हमारा यही प्रयास रहा है कि आपको BAMS से संबंधित सारी जानकारी विस्तार से और सरल भाषा मे दी जाए जिससे आपको इससे जुड़ी कोई और जानकारी के लिए कहीं और न जाना पड़े। 

अगर फिर भी आपके मन मे BAMS course से संबंधित कोई अन्य सवाल है तो हमें कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं। हमे आपके कमेंट्स का इंतज़ार रहता है।अगर आपको हमारी पोस्ट पसंद आती है तो इसे अपने दोस्तों और  सोशल मीडिया पर शेयर करें और जानकारी से जुड़ी ऐसी ही पोस्ट पढ़ने के लिए हमे   Facebook Instagraam और Twitter पर follow करें। 

आज के लिये बस इतना ही, फिर मिलेंगे एक नई जानकारी के साथ। तब तक के लिए आपसे विदा लेते हैं। 

धन्यवाद ! 

आपका दिन शुभ हो !

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